सीहोर जिले की वेबसाइट वन इंडिया प्रोग्राम के तहत तैयार
भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा वन इंडिया प्रोग्राम के तहत एक देश, एक वेबसाइट की तर्ज पर जल्द ही देश के समस्त जिलो की जानकारी एक प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगी। इस हेतु मध्य प्रदेश के समस्त जिलो की वेबसाइट को तैयार करने के लिए राज्य शासन द्वारा राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (NIC) को जिम्मेदारी सोंपी गई है। एनआईसी द्वारा इस पहल पर पुरे देश को एक वेबसाइट में समाहित करने का काम किया जा रहा है। जिससे देश ही नहीं विदेश में बैठे लोग भी भारत की शहरी और ग्रामीण संस्कृति की जानकारी ले सकें। इस नई व्यवस्था में न केवल जिले का भौगोलिक ज्ञान होगा, बल्कि उस जिले में किस तरह का व्यापार है, किस तरह का पर्यटन है। इसके साथ ही जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासनिक अधिकारियो को घर बैठे ही वेबसाइट से जानकारी मिल जाएगी कि किस जिले मे क्या समस्याएं है और किस तरह योजना बनाने से लोगो को फायदा होगा। वेबसाइट को लेकर सबसे अहम बात है कि इसे दृष्टिबाधित यूजर्स भी तर्ज पर सभी भाषाओं में पढा जा सकेगा।
कलेक्टर श्री अजय गुप्ता के मार्गदर्शन में जिला सूचना विज्ञान केन्द्र द्वारा सीहोर जिले की वेबसाइट को अपडेट कर वन इंडिया से जोड़ा गया है। उल्लेखनिय है कि मध्य प्रदेश में जिले की वेबसाइट को वन इंडिया पोर्टल से जोड़ने वाला प्रथम जिला बन गया है।
एक जैसी होगी वेबसाइट देशी-विदेशी सैलानियो और शासकीय संस्थाओं को एक क्लिक पर भारत दर्शन कराने की थीम लेकर राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र ने काम किया है। जिला सूचना विज्ञान अधिकारी संजय जोशी ने बताया कि पुरे देश में शासकीय रूप से सभी मुख्यालयों की वन इंडिया एक ही वेबसाइट होगी। एक ही तरह के कॉन्सेप्ट पर तैयार वन इंडिया में जिले में शासकीय कार्यालयों की जानकारी, योजनाएं, जिले के प्रमुख अधिकारियों के नंबर के साथ ही जिले का भौगोलिक दर्शन शामिल किया गया है। एक ही जगह मे हाने वाले व्यापार, जिले मे प्रसिद्ध स्थान के साथ ही खानपान, भाषा और जिले की आवश्यकताओं की जानकारी मिलेगी, तथा जिले का पुरा डाटा और जानकारी वेबसाइट द्वारा तय किए गए मापदंडो के अनुसार अपलोड किया गया है।
आंखो में ज्योति न होने पर भी जान सकेंगे वेबसाइट की जानकारी: वन इंडिया प्रोग्राम की खास बात रहेगी कि इसे दिव्यांग युजर्स भी आसानी से उपयोग कर सकेगे। वेबसाइट मे स्क्रीन रीडर की व्यवस्था होगी। इससे दृष्टिबधित युजर्स को जानकारी पढ़ने में आसानी होगी। स्क्रीन रीडर की आवश्यकता पर आवाज के फोम में आकर पूरी जानकारी पढ़कर सुना देगा। जानकारियों का संग्रह इस तरह किया गया है। कि आम युजर्स के साथ ही दिव्यांगो को भी उनकी क्षमता के अनुसार जानकारी उपलब्ध हो सकेगी। यह क्षेत्रीय भाषा के अलावा एक अन्य भाषा में तैयार हो रही है तो वहीं विदेशियों को उनकी भाषा में भारत के जिलों की जानकारी मिलेगी। मध्यप्रदेश में हिन्दी व अग्रेंजी में यह तैयार हो रही है। मोबाइल से लेकर कम्प्यूटर, लैपटाप में यह अलग—अलग नहीं बल्कि एक ही थीम पर खुलेगी।